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चलिबै शभूं की बरतिया रामा कैसे गुजरी
हिमालय नगरी हो रामा कैसे गुजरी।
चलिबै भोले नाथ की बरतिया रामा हिमालय नगरी ।
एक हाथ में डमरु लिये एक हाथ में त्रिशूल।
गले में पहने मुंण्डों की माला
और सर्प गले में रहे झूल
रामा कैसे गुजरी-हो रामा कैसे गुजरी।
चलिबै शिवशंकर की बरतिया रामा
हिमालय नगरी हो कैइसै गुजरी।
नंदी की सवारी पहने मृगछाला
गौरा बनी दुल्हनिया
शिवशभूं डमरु वाले हो भोले-भाले
आए मलै भभुतिया
भूत प्रेत सब बन बाराती
चले शिवशंकर के बरतिया
डम-डम बजाए डमरु शंकर
के ब्याह में नाचै सब बारतिया।
चलबै हमहूं उनकी बरतिया
रामा कैसे गुजरी !
सबै शंभूनाथ के बरतिया
रामा कैसे गुजरी कैइसै सपरी रामा
कैइसै गुजरी।
चलिबै शंभू की बरतिया
जबै भोलेनाथ की बरतिया
रामा कैसे गुजरी-रामा कैसे गुजरी।।🙏🕉️
स्वरचित मौलिक
पृथ्वी सिंह बेनीवाल
07-Jun-2023 06:07 AM
👌👏
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Mukesh Duhan
06-Jun-2023 11:04 PM
बहुत खूब
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